शहडोल जिले के धनपुरी स्थित स्टॉप क्लब में आदिवासी एकता महासभा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर 24 अगस्त से शुरू होकर 25 अगस्त 2025 तक संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में मध्य प्रदेश से 100 और छत्तीसगढ़ से 46 प्रतिभागियों ने भाग लिया। पूरे आयोजन में प्रतिभागियों में खासा उत्साह और जोश देखने को मिला। कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों के रहने, खाने और अन्य सभी व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी कोयला श्रमिक संघ सीटू के कार्यकर्ताओं ने पूरी निष्ठा और तन्मयता के साथ निभाई।कोयला श्रमिक संघ सीटू के क्षेत्रीय सचिव और शहडोल जिला अध्यक्ष अरुण गौतम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी कि यह शिविर आदिवासी समाज की एकजुटता और अधिकारों को सशक्त करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि शिविर की सफलता सभी साथियों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है और इसमें सोहागपुर क्षेत्र के कार्यकर्ताओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।प्रशिक्षण शिविर में राष्ट्रीय स्तर के कई दिग्गज नेता उपस्थित रहे। इनमें पूर्व सांसद और राष्ट्रीय नेता कामरेड बिंद्रा करात शामिल रहीं, जिन्होंने अपना कीमती समय निकालकर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया। उनके साथ आदिवासी अधिकार राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय सचिव कामरेड दुलीचंद मीणा, राष्ट्रीय किसान सभा के उपाध्यक्ष एवं सीपीएम पार्टी सचिव मध्य प्रदेश कामरेड बादल सरोज, सीपीएम पार्टी सचिव छत्तीसगढ़ कामरेड जसविंदर सिंह, कामरेड बालचंद्र, सीटू के राष्ट्रीय सचिव एवं मध्य प्रदेश महासचिव कामरेड प्रमोद प्रधान, सीटू के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड रामविलास गोस्वामी, किसान सभा के प्रदेश महासचिव कामरेड अखिलेश यादव, राष्ट्रीय आदिवासी महासभा के मध्य प्रदेश महासचिव कामरेड लालता प्रसाद कोल और अध्यक्ष कामरेड बुद्धसेन सिंह मौजूद रहे। इसके अलावा मध्य प्रदेश किसान सभा के उपाध्यक्ष कामरेड रामनारायण कुररिया ने भी कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई।आयोजन को सफल बनाने में सोहागपुर क्षेत्र के साथियों का योगदान उल्लेखनीय रहा। इनमें कामरेड विनोद राय, कामरेड धीरेंद्र पांडेय, कामरेड इंद्रजीत पटेल, कामरेड नरेंद्र सिंह पटेल, कामरेड फूलचंद जैसवाल, लालजी तिवारी, रामराज तिवारी, राजेश राणा, रूपेंद्र साहनी, अजय मिश्रा, चेतन दास, रमाशंकर शुक्ल, शशांक चतुर्वेदी और नारायण राय के नाम प्रमुख हैं। सभी ने कार्यक्रम के दौरान जिम्मेदारी से कार्य किया, जिससे बाहर से आए प्रतिभागियों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।शिविर के समापन पर धीरेंद्र पांडे ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि यदि आयोजन के दौरान किसी को कोई असुविधा हुई हो तो वे क्षमा प्रार्थी हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन सभी साथियों की एकजुटता और प्रयासों से सफल हुआ है। अंत में अरुण गौतम ने भी सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से आदिवासी समाज की मजबूती और अधिकारों की लड़ाई को नई दिशा मिलेगी और भविष्य में भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे।



