
शिक्षा व्यवस्था पर सवाल: भेजरी हायर सेकेंडरी स्कूल का रिजल्ट मात्र 11%
राहुल मिश्रा
शहडोल। संभाग के अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेजरी में शिक्षा की गुणवत्ता में भारी गिरावट देखी जा रही है। विद्यालय में एक खेल शिक्षक अरुण सिंह को प्रभारी प्राचार्य बनाए जाने के बाद 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम सिर्फ 11% रहा है, जिससे क्षेत्र में चिंता और नाराज़गी का माहौल बन गया है।इस वर्ष कक्षा 12वीं में कुल 120 छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे, जिनमें से केवल 13 विद्यार्थी ही सफल हो सके। इससे पूर्व वर्ष की तुलना में परिणाम में भारी गिरावट देखी गई है। जानकारी के अनुसार, पिछले वर्ष 63% छात्र उत्तीर्ण हुए थे।नकल पर सख्ती से खुली सच्चाईसूत्रों के मुताबिक, निकटवर्ती हायर सेकेंडरी स्कूल पोड़की में ओपन नकल के एक मामले में हुई प्रशासनिक कार्रवाई के बाद, भेजरी विद्यालय में भी नकल पर रोक लगी। इसके परिणामस्वरूप परीक्षा परिणाम में यह गिरावट दर्ज की गई। इससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या पूर्व में बेहतर परिणाम नकल के सहारे ही आ रहे थे?शिक्षकों की कमी और नेतृत्व पर सवालअभिभावकों का आरोप है कि एक खेल शिक्षक, जिनका अद्यापन कार्य में अनुभव नहीं है, को प्राचार्य का कार्यभार सौंपना शिक्षा के साथ खिलवाड़ है। विद्यालय में गणित, विज्ञान व कला संकाय जैसे महत्वपूर्ण विषय संचालित हैं, लेकिन विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी बताई जा रही है।क्षेत्रीय जनों की माँगअभिभावकों और क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों ने मांग की है कि प्रभारी प्राचार्य को हटाकर विद्यालय में एक योग्य, पूर्णकालिक प्राचार्य की नियुक्ति की जाए। साथ ही स्थायी विषय शिक्षकों की भी तत्काल पदस्थापना की मांग उठ रही है ताकि शिक्षा की गिरती स्थिति को सुधारा जा सके।20 मई की समीक्षा बैठक पर टिकी निगाहेंस्कूल शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्राचार्यों की समीक्षा हेतु 20 मई को बैठक बुलाई है। इस बैठक में खराब प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों के कारणों की जांच की जाएगी और संबंधित प्राचार्यों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। ऐसी स्थिति में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भेजरी समेत अन्य कमजोर प्रदर्शन वाले विद्यालयों के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई संभव है।