अनूपपुर जिले में बिजुरी थाना पुलिस ने नाबालिग बालिका की गुमशुदगी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। थाना बिजुरी में फरियादिया ने 29 जुलाई 2025 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी नाबालिग बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। मामले में अपराध क्रमांक 230/25 धारा 137(2) बीएनएस के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच प्रारंभ की गई।
पुलिस अधीक्षक श्री मोती उर रहमान के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री मो. इसरार मंसूरी एवं एसडीओपी कोतमा श्रीमती आरती शाक्य के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई। टीम ने साइबर सेल की मदद से 19 अगस्त 2025 को अमलाई से नाबालिग बालिका को सुरक्षित बरामद किया और उसके माता-पिता को सुपुर्द किया। बालिका के बयान के आधार पर पता चला कि पड़ोसी युवक दुर्गेश कोल पिता स्व. दशरथ कोल उम्र 22 वर्ष निवासी गलैया टोला बिजुरी ने शादी का झांसा देकर उसे जम्मू बुलाया था और करीब एक माह तक अपने साथ रखा।
पीड़िता और उसकी मां के बयान के आधार पर मामले में धारा 87 बीएनएस का इजाफा किया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
इस कार्रवाई में निरीक्षक विकास सिंह, सउनि बजेश पांडेय, आरक्षक सत्यभान सिंह, महिला आरक्षक संगम तोमर, चालक आरक्षक करमजीत सिंह एवं साइबर सेल प्रभारी प्र.आर. राजेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
