राहुल मिश्रा
जैतहरी। नगर परिषद जैतहरी द्वारा जैन मंदिर के समीप विकसित अहिंसा चौक पर आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जी की स्मृति में निर्मित कीर्ति स्तंभ का अनावरण समारोह भक्ति, भावनाओं और आत्मीय उल्लास से ओतप्रोत वातावरण में सम्पन्न हुआ। यह स्तंभ महान मुनि आचार्य विद्यासागर जी महाराज के तप, त्याग और अहिंसा के संदेश को समर्पित है। नगर परिषद अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता ने वैदिक मंत्रोच्चार एवं पूजा-अर्चना के साथ इस स्तंभ का लोकार्पण किया, जिसे देखने नगरवासियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
वर्षों से लंबित इस बहुप्रतीक्षित कार्य को नगर परिषद ने रिकॉर्ड समय में पूर्ण कर जैतहरी को एक अद्वितीय आध्यात्मिक कलेवर प्रदान किया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में आचार्य श्री की स्मृति में कीर्ति स्तंभ निर्माण की घोषणा के बाद जैतहरी में बना यह पहला स्तंभ अपने विशिष्ट स्थापत्य व आध्यात्मिक महत्व के कारण चर्चा में है। यह स्मारक नगर की पहचान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाला प्रतीक बनेगा।
समारोह की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्ष उमंग अनिल गुप्ता एवं मुख्य आतिथ्य भाजपा जिला अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम ने की। विशिष्ट अतिथियों में युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष रविंद्र राठौर, जिला पंचायत सदस्य रंजीत सीरी, विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता, मंडल अध्यक्ष दिनेश राठौर, पार्षद सुनीता जैन, जैतहरी जैन समाज अध्यक्ष सतीश जैन, कोतमा जैन समाज अध्यक्ष ऋषभ चंदेरिया, पूर्व पार्षद मुकेश जैन, पुष्पेंद्र जैन, वीरेंद्र जैन, महामंत्री दीपेश जैन तथा पत्रकार अजीत जैन शामिल रहे।
कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी भागचंद जैन, लखन नामदेव, कैलाश मरावी, कविता राठौर, सविता राठौर, मोहम्मद जलील खान, जफर खान, एजाज खान,दीनबंधु सोनी, अशोक राठौर, लीलाधर राठौर, मीडिया प्रभारी दिनेश निषाद, अजय जैन, आदर्श जैन, अंशुल जैन, संगम महाराज و विकास कनकने सहित नगर के अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
“नगर की अस्मिता और प्रेरणा का केंद्र बनेगा यह स्तंभ”
विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने कहा कि कीर्ति स्तंभ नगर की आस्था, सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र बनेगा। इससे आने वाली पीढ़ियां अहिंसा, संयम और सदाचार जैसे जीवन मूल्यों को आत्मसात करेंगी।
मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष हीरा सिंह श्याम ने जैतहरी नगर परिषद की दूरदर्शिता व अद्भुत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद उमंग गुप्ता एवं परिषद ने विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं – जो पूरे संभाग के लिए अनुकरणीय हैं।
नगर परिषद अध्यक्ष उमंग गुप्ता ने कहा कि यह स्तंभ केवल प्रतीक नहीं बल्कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के आदर्शों को जीवंत रखने वाला स्मारक है। परिषद ने न सिर्फ आध्यात्मिक विकास बल्कि शहर के भौतिक एवं बौद्धिक विकास के लिए भी ऐतिहासिक प्रयास किए हैं – जिनमें दो पाली में पेयजल आपूर्ति, नगर में समुचित स्ट्रीट लाइट व्यवस्था, तथा डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम लाइब्रेरी का सफल संचालन शामिल है, जिससे अब तक 15 से अधिक विद्यार्थी विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पा चुके हैं।
भावनात्मक वातावरण में आयोजित इस समारोह का समापन आरती एवं मंगल भावना के साथ हुआ। नगरवासियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इस ऐतिहासिक क्षण की खुशी साझा की और कीर्ति स्तंभ को जैतहरी नगर की नई आध्यात्मिक धरोहर एवं विकास यात्रा का मील का पत्थर घोषित किया।



