अमरकंटक।
पावन नगरी अमरकंटक स्थित श्री यंत्र महामेरू मंदिर एवं बटे कृष्णा आश्रम में परम पूज्य संत ब्रह्मलीन स्वामी सुकदेवानंद जी महाराज की सातवीं पुण्यतिथि श्रावण शुक्ल सप्तमी के पावन अवसर पर परंपरागत विधि-विधान के साथ मनाई गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाराज श्री की समाधि पूजन-अर्चन से हुआ, इसके बाद उनके छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर सर्वप्रथम साधु-संत, कन्याओं एवं ब्राह्मणों को भंडारा प्रसादी कराई गई, तत्पश्चात नगरवासियों और आगंतुक श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
महाराज श्री के अधूरे कार्य शीघ्र होंगे पूर्ण — स्वामी शरद पुरी जी
आश्रम के प्रमुख संत स्वामी शरद पुरी जी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी सुकदेवानंद जी महाराज का व्यक्तित्व और कृतित्व अद्वितीय रहा है। वे आयुर्वेद, पुराण एवं ज्योतिष शास्त्र के प्रकांड विद्वान थे। उन्होंने बताया कि श्री यंत्र मंदिर का शेष निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कर माता जी की प्रतिमा विराजित कर 2026 में भव्य रूप से उद्घाटन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे अन्य स्थानों के मंदिर और आश्रम के कार्यों में व्यस्त होने के कारण अमरकंटक आश्रम में समय नहीं दे पाए, परंतु अब यहां के शेष कार्यों को पूरा कर धार्मिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों को पुनः प्रारंभ किया जाएगा।
धार्मिक संतों की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर मार्कंडेय आश्रम के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी रामकृष्णानंद जी महाराज भी उपस्थित रहे और उन्होंने धार्मिक एवं आध्यात्मिक गतिविधियों को लेकर अपने सुझाव दिए।

