अमरकंटक, (उमाशंकर पाण्डेय मुन्नू संवाददाता अमरकंटक)14 जुलाई — श्रावण मास के प्रथम सोमवार को भक्तिभाव और श्रद्धा का अद्भुत संगम श्री नर्मदा मंदिर अमरकंटक तथा ज्वालेश्वर महादेव मंदिर में देखने को मिला। तड़के से ही श्रद्धालुओं की लंबी कतारें मंदिरों के बाहर लगनी शुरू हो गई थीं। हर-हर महादेव और नर्मदे हर के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा।
भोर से शुरू हुई पूजा-अर्चना:
सुबह 4 बजे मंदिरों में विशेष पूजन और रुद्राभिषेक आरंभ हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूर-दराज से आए तीर्थयात्री भी शामिल हुए। अमरकंटक स्थित श्री नर्मदा मंदिर में मां नर्मदा का दुग्धाभिषेक, पुष्पांजलि और भजन कीर्तन का आयोजन किया गया।
कावड़ यात्रा का विशेष आकर्षण:
श्रावण सोमवार के अवसर पर निकाली गई कावड़ यात्राओं ने धार्मिक उत्सव में और भी रंग भर दिए। कावड़ियों ने गंगा जल, नर्मदा जल तथा अन्य तीर्थ जल से भगवान शिव का जलाभिषेक किया। कंधे पर कावड़ लिए हजारों श्रद्धालु जयकारों के साथ ज्वालेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे।
प्रशासन ने किए विशेष इंतजाम:
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। पुलिस बल, स्वास्थ्य दल, जल आपूर्ति और सफाई कर्मचारियों की तैनाती से व्यवस्थाएँ सुचारु रहीं। यातायात व्यवस्था को भी सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष मार्ग निर्धारण किया गया था।
आस्था का उत्सव बना जनसमुद्र:
श्रावण मास के इस पावन दिन पर अमरकंटक और ज्वालेश्वर महादेव परिसर आस्था के महासागर में तब्दील हो गए। श्रद्धालु नर्मदा मैया के दर्शन के साथ-साथ भगवान शिव की आराधना कर पुण्य लाभ अर्जित करते नजर आए।
अगले सोमवार को और अधिक भीड़ की संभावना:
प्रथम सोमवार की ऐतिहासिक भीड़ को देखते हुए प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन ने आगामी सोमवारों के लिए भी व्यापक तैयारियों की योजना बनाई है।





