अनूपपुर, 28 जून 2025: अनूपपुर जिले के कोतमा,जैतहरी क्षेत्र में धान बीज का अवैध कारोबार जोरों पर है। गांव-गांव में मेडिकल स्टोर, किराना दुकान, मोबाइल शॉप, चाय-पान के ठेले और हार्डवेयर की दुकानों तक से बिना लाइसेंस धान बीज बेचा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, प्रत्येक पंचायत में 15-20 बीज विक्रय केंद्र संचालित हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश के पास न तो वैध लाइसेंस है और न ही बीज की गुणवत्ता का प्रमाण। आशंका है कि कृषि विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह गोरखधंधा चल रहा है, जिसका खामियाजा गरीब किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
किसानों की तबाही, फसल बर्बाद: नकली और निम्न गुणवत्ता वाले बीजों के कारण किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं। उपज शून्य होने से किसान कर्ज के बोझ तले दब रहे हैं, और कुछ आत्महत्या जैसे कठोर कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं। एक स्थानीय किसान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “कृषि विभाग के कहने पर हमने दुकान से बीज खरीदा, लेकिन फसल खराब हो गई। अब कोई सुनवाई नहीं हो रही।”
कृषि विभाग पर सवाल:
- अनूपपुर कृषि विभाग ने अब तक कितनी दुकानों का निरीक्षण किया?
- कितनी दुकानों के पास वैध लाइसेंस है?
- क्या विभाग के अधिकारी स्वयं इस अवैध बीज कारोबार में शामिल हैं?
जनता की मांग: जिला कलेक्टर और कृषि उप संचालक से जनता ने मांग की है कि तत्काल जांच दल गठित कर हर दुकान की जांच की जाए। अवैध बीज विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई और FIR दर्ज हो। साथ ही, प्रभावित किसानों को नुकसान की भरपाई दी जाए।
खाद्यान्न संकट का खतरा: किसान देश की रीढ़ हैं, और यदि यह अवैध कारोबार नहीं रुका, तो अनूपपुर क्षेत्र में खाद्यान्न संकट गहरा सकता है। इस काले कारोबार की गहन जांच और त्वरित कार्रवाई की जरूरत है ताकि किसानों के हितों की रक्षा हो और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।


