घर के आसपास न होने दें पानी का जमाव, रखें सफाई — स्वास्थ्य विभाग की अपील
अनूपपुर, 17 जून 2025। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. आर.के. वर्मा ने जिलेवासियों से वर्षा ऋतु में होने वाली बीमारियों से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि प्री-मानसून की वर्षा प्रारंभ हो चुकी है और शीघ्र ही वर्षाकाल पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा। ऐसे मौसम में दूषित जल और अस्वच्छ आदतों के कारण टाइफाइड, पीलिया, डायरिया, पेचिस, हैजा जैसी गंभीर बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है।
डॉ. वर्मा ने कहा कि पेयजल शुद्ध एवं उबला हुआ उपयोग करें, भोजन बनाने से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं। दूषित पानी से फैलने वाली बीमारियों में दस्त, कृमि संक्रमण, त्वचा एवं आंखों के रोग शामिल हैं। उन्होंने चेताया कि बच्चों में उल्टी-दस्त अधिक खतरनाक रूप ले सकता है, अतः विशेष सावधानी बरतें। सड़े-गले फल, खाद्य पदार्थों का सेवन न करें और खुले में शौच न करें। सभी लोग शौचालय का ही प्रयोग करें।
स्वच्छता अपनाएं, रोगों से बचें
सीएमएचओ ने कहा कि घर और आसपास साफ-सफाई रखें। दस्त की स्थिति में ओ.आर.एस. घोल व जिंक सल्फेट की गोली चिकित्सक की सलाह पर लें। खाद्य सामग्री को ढक कर रखें और मक्खियों से बचाव करें। हरी सब्जियों और फलों को स्वच्छ पानी से धोकर ही उपयोग करें।
आंखों के रोगों से बचाव जरूरी
डॉ. वर्मा ने बताया कि मानसून के दौरान आई फ्लू (कंजंक्टिवाइटिस) जैसी आंखों की बीमारियां आम हो जाती हैं। इससे बचाव के लिए बार-बार ठंडे पानी से चेहरा और हाथ धोएं, अलग-अलग रूमाल और तौलिये का इस्तेमाल करें। आंखों को बार-बार न छुएं, धूप का चश्मा पहनें और आवश्यकता होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।
मलेरिया-डेंगू से करें बचाव
वर्षा ऋतु में मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है। डॉ. वर्मा ने कहा कि घर के आसपास जल भराव न होने दें, पानी जमा होने पर उसमें मिट्टी का तेल या जला हुआ ऑयल डालें। कूलर, फ्रिज ट्रे, फूलदान आदि को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें। मच्छरदानी का उपयोग करें और कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं। बुखार की स्थिति में खून की जांच कराकर चिकित्सक की सलाह से पूरा इलाज कराएं।
अंत में सीएमएचओ ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे वर्षा ऋतु में विशेष सावधानी बरतें और छोटी-छोटी सतर्कताओं से स्वयं व अपने परिवार को बीमारियों से सुरक्षित रखें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी बीमारी की स्थिति में तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

