AC लगाकर ठंडी हवा का मज़ा, कॉलरी प्रबंधन को लगा रहे चूना, बच्चों को क्या देंगे नैतिक शिक्षा?
एक सरकारी शिक्षक जो हर महीने ₹50,000 से ₹60,000 वेतन पा रहा है, जब खुद गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हो, तो बच्चों को ईमानदारी, कानून पालन और नैतिकता का क्या पाठ पढ़ा पाएगा — यह सवाल अब अभिभावकों और समाज के सामने खड़ा हो गया है।
स्थानीय लोगों ने इस पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। कॉलरी प्रबंधन और शिक्षा विभाग से अपेक्षा की जा रही है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं ताकि सरकारी व्यवस्था की गरिमा बनी रहे और शिक्षा के मंदिर को कलंकित होने से रोका जा सके।