अनूपपुर। जिले में स्कूली बच्चों के सुरक्षित आवागमन को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। पुलिस अधीक्षक अनूपपुर के निर्देश पर 1 जुलाई से 7 जुलाई तक “सुरक्षित स्कूल परिवहन अभियान” चलाया जाएगा। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले की सभी शासकीय और अशासकीय स्कूल बसों की जाँच कर यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों के परिवहन में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।
अभियान के दौरान पुलिस और यातायात विभाग की संयुक्त टीमों द्वारा स्कूल बसों की सघन जांच की जाएगी। जांच में यह देखा जाएगा कि बसों में फिटनेस सर्टिफिकेट, वैध परमिट, चालक का वैध ड्राइविंग लाइसेंस, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, स्पीड गवर्नर, बच्चों के बैठने के लिए सुरक्षित व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस ट्रैकिंग जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं मौजूद हैं या नहीं।
किसी भी बस में निर्धारित सुरक्षा मानकों की अनदेखी पाए जाने पर तत्काल वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही संबंधित स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जाएगा। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूल बसों में सहायक कर्मचारी मौजूद हों और वाहन चालक प्रशिक्षित तथा सजग हों।
यातायात हाईवे चौकी अनूपपुर द्वारा प्रतिदिन इस अभियान के अंतर्गत स्कूल बसों की जांच की जाएगी। खास तौर पर सुबह और दोपहर के समय, जब बच्चे स्कूल आते-जाते हैं, उस अवधि में निगरानी बढ़ाई जाएगी।
पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी थाना प्रभारियों, यातायात अधिकारियों और परिवहन विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अभियान को गंभीरता से संचालित किया जाए।
इस अभियान के माध्यम से प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि स्कूल प्रबंधन और बस संचालक जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें और बच्चों को सुरक्षित परिवहन सुविधा उपलब्ध कराएं।
अभिभावकों से भी अपील की गई है कि वे अपने बच्चों के स्कूल वाहनों की स्थिति पर ध्यान दें और किसी भी प्रकार की अनियमितता या असुरक्षा की स्थिति में संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों को सूचित करें।
यह अभियान जिले में बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की सजगता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, साथ ही यह संदेश भी देता है कि सुरक्षा के मामलों में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी।
