• Sun. Nov 23rd, 2025

News Junction MP Chhattisgarh

India #1 News Platform

क्या पीटीआई प्राचार्य को मिल गया अभयदान नोटिस तक सीमित कार्यवाही

Spread the love

शहडोल। संभाग के अनूपपुर जिले के पुश्प्राज्गढ़ विकासखंड अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेजरी में प्राचार्य की कमान एक खेल शिक्षक को सौंपने के बाद वहाँ का शिक्षा का स्तर निम्न पायदान तक पहुँच गया । अद्द्यापन कार्य से अनभिज्ञ खेल शिक्षक व विद्द्यालय के प्रभारी प्राचार्य अरुण सिंह के गैर जिम्मेदाराना रवय्ये के परिणाम स्वरूप विद्द्यालय में कक्षा 12 का परीक्षा परिणाम इस वर्ष मात्र 11 प्रतिशत तक ही सिमट कर रह गया । वहाँ कक्षा 12 वी में अध्यनरत कुल 120 विद्यार्थी में से मात्र 13 विद्द्यार्थी ही उत्रीण हो पाए। जिसके बाद से ही उक्त विद्द्यालय में शिक्षा के स्तर व अद्ध्यापन कार्य को लेकर सवाल खड़े हो रहें हैं । इसे लेकर अभिभावकों में भी रोष व्याप्त है । उनका सीधा आरोप है कि एक खेल शिक्षक को विद्द्यालय में प्राचार्य जैसा महत्त्वपूर्ण पद सौपने के कारण वहाँ का शिक्षा स्तर शून्य स्तर तक आ पहुँचा । क्योंकी प्रभारी प्राचार्य मूल पद खेल शिक्षक था ,ऐसे में उन्हें विद्द्यालय में अद्ध्यापन कार्य का जरा भी अनुभव नहीं था ,जिसका खामियाजा वहाँ पढने वाले विद्द्यार्थियों को उठाना पड़ा । गत दिनों जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भेजरी प्राचार्य को नोटिस जारी कर काम रिजल्ट आने का कारण जानने हेतु बुलावा आया है देखना यह होगा की क्या जिला प्रशासन ऐसे विद्यालयों के प्राचार्य पर कोई कार्रवाई करती है या फिर वही कहानी की नोटिस दिया गया है देखते हैं ऐसे में उन विद्यालयों के विद्यार्थियों का क्या होगा जहां का परीक्षा परिणाम कितना कमजोर आया है क्या प्राचार्य का कोई जवाबदारी नहीं बनती की उनके विद्यालय का परिणाम इतना कमजोर क्यों पैसे की जब एक पीटीआई के हाथ पर प्राचार्य की कमान होगी तो यह बहुत चिंता का विषय है उनका कहना भी है की कुछ नहीं होता कुछ दिन बाद सभी कोई भूल जाएंगे ऐसे में वह विद्यार्थी और अभिभावाक चिंतित है की क्या परिणाम अगले वर्ष भी ऐसे ही आएगा वैसे नोटिस के जवाब उपरांत कोई ठोस कार्यवाही ऐसे प्राचार्य के ऊपर होगी कि नहीं होगी यह आने वाला समय ही बताया जहां तक शिक्षा का सवाल है मध्य प्रदेश में अनूपपुर जिले का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट है फिर भले ही जिले के कुछ है विद्यालयों पर परिणाम कमजोरी आने से कुछ होना नहीं ऐसे में प्राचार्य को अभयदान देते हुए एक नोटिस थमाई गई है जो एक घंटी के समान है देखना यह होगा कि यह घंटी कितने समय तक और कितनी तेज गति से बचाती है या फिर अभय दान का खेल जारी रहेगा और कमजोर परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्य अपनी वाह वाही खुद लेगे।
सूत्रों के अनुसार हायर सेकेंडरी स्कूल पोड़की में हुये ओपेन नकल प्रकरण पर हुई प्रशासनिक कार्यवाही के चलते शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भेजरी में होने वाली खुलेआम नकल पर लगाम लग गया था , जिसके परिणाम स्वरूप गत वर्ष के परीक्षा परिणाम 63 प्रतिशत से सीधे गिरकर सीधे 11 प्रतिशत पहुंच गया । जो कि चिंता का विषय है।

साथ ही यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या अब तक नक़ल के भरोसे ही उक्त विद्द्यालय का परिक्षा परिणाम कुछ हद तक संतोष जनक आ रहा था । अगर ऐसा नहीं है तो फिर आखिर और क्या बजह थी कि परीक्षा परिणाम का ग्राफ इतनी तेजी से गिर कर मात्र 11 प्रतिशत तक सिमट कर रह गया । उक्त विद्यालय में वर्तमान में गणित विज्ञान व कला संकाय जैसे महत्वपूर्ण विषय संचालित है कक्षा 12 वी में कुल 120 विद्यार्थी अध्यनरत थे, जिसमें कुल 13 बच्चे ही उत्तीर्ण होना चिंता का विषय है । क्या विद्यालय में कोई भी वरिष्ठ शिक्षक पदस्थ नहीं है की एक खेलकूद पीटीआई को विद्यालय का प्राचार्य बनाया गया

विद्यालय में पढ़ाई का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। रिजल्ट के स्थिति से शासकीय उच्चतर माध्यमिक साफ जाहिर होता है कि विद्यालय में पढ़ाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जा रही थी । अभिभावकों व क्षेत्र के बुद्धजीवियों ने विद्द्यालय में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए खेल शिक्षक बने प्रभारी प्राचार्य अरुण सिंह को हटाकर एक योग्य एवं पूर्ण कालिक प्राचार्य एवं अतिथि शिक्षकों के स्थान पर स्थाई विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की पदस्थापना की मांग की है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *